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मझवा ग्राम विकास अधिकारियों ने ऑनलाइन उपस्थिति के आदेश के विरोध में किया धरना प्रदर्शन

मझवा ग्राम विकास अधिकारियों ने ऑनलाइन उपस्थिति के आदेश के विरोध में किया धरना प्रदर्शन

 

कछवा मिर्जापुर ऑनलाइन उपस्थिति के आदेश के विरोध में प्रांतीय नेतृत्व के निर्देश के क्रम में चलाए जा रहे क्रमिक आंदोलन के तहत ग्राम पंचायत अधिकारी एवं ग्राम विकास अधिकारी समन्वय समिति, मिर्जापुर के तत्वावधान में जनपद के समस्त विकास खण्डों में दिनांक 01-दिसंबर-2025 से 04-दिसंबर-2025 तक काली पट्टी बांधकर विरोध जताया गया। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 05-दिसंबर-2025 को विकास खण्ड-मझवा में धरना देकर खण्ड विकास अधिकारी, महोदय के माध्यम से मा0 मुख्यमंत्री महोदय एवं मुख्य सचिव महोदय को ज्ञापन प्रेषित किया गया। धरने के माध्यम से कहा गया कि अभी तक कोई सार्थक पहल न होने के कारण प्रांतीय नेतृत्व के निर्देश के क्रम में सचिव समस्त शासकीय ग्रुप से लेफ्ट हो जाएंगे। जटिल ई-ग्राम स्वराज व गेट वे प्रणाली के विरोध में इसके स्थान पर मोबाईल एप्प के माध्यम से भुगतान प्रक्रिया निर्मित करने की मांग की गई। समस्त ग्राम पंचायत सचिव दिनांक 15-12-2025 को अपना डोंगल विकास खण्ड के सहायक विकास अधिकारी (पं0) के कार्यालय में जमा कर देंगे। प्रांतीय नेतृत्व द्वारा निर्णय लिया गया है कि यदि शासन प्रशासन द्वारा उपर्युक्त मांगो पर सकारात्मक निर्णय नही लिया जाएगा तो सचिवों के समक्ष दिन प्रतिदिन उत्पन्न हो रही गंभीर परिस्थितियां भविष्य में बड़े आंदोलन, सम्पूर्ण कार्य वहिष्कार एवं अनवरत धरना प्रदर्शन में परिवर्तित हो सकती है। जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन एवं प्रशासन की होगी।

...................... ग्राम चैपाल में जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दे अधिकारी -मण्डलायुक्त मण्डलायुक्त ने ग्राम पंचायत हनुमान पड़रा में ग्रामीणो की सुनी समस्याएं हनुमान पड़रा मे निर्मित गौ आश्रय स्थल व आर0आर0सी0 सेंटर का निरीक्षण कर व्यवस्थाओ के बारे में ली जानकारी मीरजापुर 05 दिसम्बर 2025- मण्डलायुक्त विन्ध्याचल मण्डल राजेश प्रकाश ने आज विकास खण्ड सिटी अन्तर्गत ग्राम पंचायत हनुमान पड़रा में मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार के साथ ग्राम चैपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्याओ को सुना तथा वहां उपस्थित अधिकारियों को बताई गई समस्याओ का समाधान कराने का निर्देश दिया। इस दौरान मण्डलायुक्त ने हनुमान पड़रा मे स्थित गौ आश्रय स्थल एवं आर0आर0सी0 सेंटर का भी निरीक्षण किया। ग्राम चैपाल में ग्रामीणो द्वारा प्रधानमंत्री आवास, शौचालय के मांग के साथ पूरे गांव पेयजल आपूर्ति की मांग की तथा कहा कि ग्राम में पहुंचने व गांव के अन्दर की सड़को सुदृढ़ीकरण/मरम्मत कराया जाए। ग्रामीणो की समस्याएं सुनने के पश्चात मण्डलायुक्त ने खण्ड विकास अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि नमामि गंगे योजनान्तर्गत कार्यदायी संस्था एन0सी0सी0 के अधिकारी के साथ पूरे गांव में एक-एक घर पहुंचकर एक सप्ताह के अन्दर पेयजल आपूर्ति का सत्यापन करे तथा जहां पर पेयजल आपूर्ति की समस्या आ रही हो तत्काल समाधान कराना सुनिश्चित करें। शौचालय व आवास की मांग पर मण्डलायुक्त ने मौके पर उपस्थित ग्राम पंचायत अधिकारी से जानकारी प्राप्त की जिस पर बताया गया कि इन महिलाओं/ग्रामीणो के नाम सत्यापन के पश्चात आवास की सूची मे शामिल है। शासन से लक्ष्य प्राप्त होते ही इनके आवास बनवाने की कार्यवाही कराई जाएगी। मण्डलायुक्त ने पूर्व में मिले आवास, शौचालय, पेंशन आदि के लाभार्थियो से वार्ता की तथा पेंशन, राशन आदि मिलने के बारे में जानकारी प्राप्त की। इस दौरान आंगनबाड़ी में शिक्षा व वितरण किए जाने वाले खाद्यान के बारे में भी मण्डलायुक्त द्वारा जानकारी प्राप्त की गई। नाली व सड़क मरम्मत के सम्बंध में मण्डलायुक्त ने कहा कि खण्ड विकास अधिकारी बताए गए सड़को का सत्यापन कर नियमानुसार कार्यवाही सुनिश्चित करें। मण्डलायुक्त ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि ग्राम चैपालो में केन्द्र व प्रदेश सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जनता को जानकारी दे तथा उन्हें योजनाओ का लाभ पहुंचाकर आच्छादित करे। उन्होंने ग्रामीणो से भी अपील करते हुए कहा कि अधिकारियों द्वारा बताए गए योजनाओं की जानकारी रखे तथा उसका लाभ उठाएं। गौ आश्रय स्थल व आर0आर0सी0 सेंटर का निरीक्षण मिर्जापुर मण्डलायुक्त विन्ध्याचल मण्डल राजेश प्रकाश ने सिटी विकास खण्ड के ग्राम पंचायत हनुमान पड़रा में भ्रमण के दौरान गौ आश्रय स्थल पहुंचकर निरीक्षण किया। तथा गौवंशो के स्वास्थ्य परीक्षण, भूषा की उपलब्धता, खरी चूनी की उपलब्धता के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने निर्देशित किया कि भूषा व पुआल के भूषा के साथ हरा चारा की मात्रा भी बढ़ाए ताकि पशु उसे खा सकें। इस दौरान मण्डलायुक्त ने गाय को गुण भी खिलाया। आर0आर0सी0 सेंटर का भी मण्डलायुक्त निरीक्षण किया गया। जिसमें मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार मण्डलायुक्त को बताया कि गांव के कूड़ा, कचरा, प्लास्टिक को इकट्ठा कर आर0आर0सी0 सेंटर पर लाया जाता है, जहां पर हर कचरे को अलग-अलग कर वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाया जा रहा है। इस दौरान मण्डलायुक्त द्वारा वर्मी कम्पोस्ट खाद को भी देखा तथा उसकी उपयोगिता व बनाने की विधि के बारे में तथा वहां पर उपस्थित केयर टेकर के मानदेय के बारे में जानकारी प्राप्त की। इस अवसर पर खण्ड विकास अधिकारी सिटी मुनीश कुमार के अलावा ब्लाक अन्य सम्बन्धित अधिकारी व ग्राम प्रधान उपस्थित रहें।

................ विभिन्न मांगों को लेकर सचिवों ने मुख्यमंत्री व मुख्य सचिव को संबोधित ज्ञापन खंड विकास अधिकारी को सौंपा राजगढ़।शुक्रवार की दोपहर में स्थानीय विकासखंड मुख्यालय पर ग्राम पंचायत स्तर पर कार्यरत क्षेत्रीय ग्राम सचिवों से मूल विभागीय दायित्वों के अतिरिक्त बिना कोई संसाधन उपलब्ध कराए अन्य विभागों के कार्य लिए जाने,अव्यवहारिक आनलाइन उपस्थिति प्रणाली लागू किए जाने सहित विभिन्न समस्याओं पर प्रभावी निर्णय लिए जाने के संदर्भ में मुख्यमंत्री व मुख्य सचिव को संबोधित ज्ञापन खंड विकास अधिकारी को सौंपा गया।सचिवों द्वारा अपनी मांगों में मुख्य रूप से ग्राम पंचायत स्तर पर सचिव ग्राम पंचायत कार्यालय के अध्यक्ष के रूप में कार्य संपादित करता है,जिस प्रकार से क्षेत्र पंचायत स्तर पर खंड विकास अधिकारी क्षेत्र पंचायत के कार्यालय अध्यक्ष के रूप में कार्य करते हैं तथा जिला स्तर पर अनेक अधिकारी अपने-अपने कार्यालयों में कार्यालय अध्यक्ष के रूप में काम करते हैं।जिला स्तर अथवा क्षेत्र पंचायत स्तर पर किसी भी कार्यालय में कार्यालय अध्यक्ष की उपस्थिति अंकित करने का कोई परंपरा प्रचलन में नहीं है।अतः समस्त स्तरों पर एक ही समान उपस्थित व्यवस्था सुनिश्चित करने की कृपा करें।सचिव के कार्य को प्रकृति पूर्णतः क्षेत्र आधारित है।ऐसे में आनलाइन उपस्थिति जैसी कार्यालय आधारित प्रणाली हमारे कार्यप्रति के अनुकूल एवं अनुरूप नहीं है।ग्राम पंचायत स्तर पर सचिव ग्राम पंचायत के अतिरिक्त राजस्व विभाग के लेखपाल,शिक्षा विभाग के अध्यापक,कृषि विभाग के तकनीकी सहायक,गन्ना विभाग के गन्ना पर्यवेक्षक,पशुपालन विभाग के पशुधन अधिकारी भी कार्यरत हैं,जिनका कार्यक्षेत्र तथा योजनाएं सचिव ग्राम पंचायत की अपेक्षा सीमित हैं।ग्राम सचिव वर्तमान में ग्रामीण स्तर पर विभिन्न प्रकृति के उन्नतीस से अधिक विभागीय कार्यों का संपादन प्रत्येक ग्राम पंचायत में कर रहा है।ग्राम पंचायत सचिव का कार्य वर्तमान में मांग आधारित न होकर पूर्ण रूप से लक्ष्य आधारित हो गया है।सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में शासन की योजनाओं के सफल क्रियान्वयन व पर्यवेक्षण के लिए पूर्ण रूप से उत्तरदायी ग्राम पंचायत अधिकारी एवं ग्राम विकास अधिकारी अभी तक समुचित व मोबाइल फ़ोन भत्ता पाने से वंचित हैं।जिला लेखक परीक्षक उत्तर प्रदेश द्वारा ग्राम पंचायतों की ऑडिट की जाती है,जबकि ग्राम पंचायत स्तर पर मनरेगा के सोशल ऑडिट की व्यवस्था पूर्व के अधिनियम में प्राविधानित है। ऐसी स्थिति में ग्राम पंचायतों की ऑडिट के विकल्प के रूप में ऑडिटर के स्थान पर चार्टेड अकाउंटेंट से कराए जाने हेतु वैकल्पिक व्यवस्था उपलब्ध कराई जाए,जिससे ग्राम पंचायतों में हो रहे शोषण को रोका जा सके सहित दस मांगों को लेकर शांतिपूर्ण ढंग से धरना प्रदर्शन देते हुए ज्ञापन को सौंपा गया।इस अवसर पर प्रकाश चंद्र दुबे,आलोक कुमार सिंह,सौरभ पाण्डेय,रामजी सोनकर,आशिष कुमार गुप्ता,गोविंद पासवान,नसीरुद्दीन,राजेश कुमार सिंह,प्रभाकर सिंह,पुष्पराज सिंह,आशुतोष प्रियमंवद पाठक,निशा यादव,रजनीश कुमार सिंह,सद्दाम हुसैन अंसारी सहित विकासखंड के समस्त सचिव उपस्थित रहे।

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